Home Punjab ‘पत्रकारों का नहीं, राहुल गांधी का बायकॉट करें कांग्रेसी’: त्रेहन ने कांग्रेस...

‘पत्रकारों का नहीं, राहुल गांधी का बायकॉट करें कांग्रेसी’: त्रेहन ने कांग्रेस पर कसा तंज

कांग्रेस नेता “कांग्रेस छोड़ो” मुहीम चलाएं: अर्जुन त्रेहन

बयूरो: भाजपा ने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की तरफ से 14 पत्रकारों का बॉयकॉट करने को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा है। भाजपा नेता अर्जुन त्रेहन ने कहा कि अगर कांग्रेस को बायकॉट करना है तो पत्रकारों का नहीं अपने नेता राहुल गांधी का करें क्योंकि अब उनमें ताकत नहीं बची है। राष्ट्रीय कांग्रेस नेता मोहब्बत के बारे में बात करते हैं लेकिन नफरत बेचते हैं। जिसका जीता जागता सबुत पुरे पंजाब में दिखाई दे रहा है बड़े बड़े नामी प्रदेश के कांग्रेसी नेता अपनी पार्टी कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हो रहे हैं

त्रेहन ने आइएनडीआइए गुट के द्वारा 14 पत्रकारों के शो का बायकॉट करने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। त्रेहन ने कहा है कि कांग्रेस को मीडिया या किसी अन्य संस्थान से दूर रहने से कोई फायदा नहीं होगा। अगर पार्टी को फायदा चाहिए तो राहुल गांधी का बहिष्कार करें, क्योंकि उनमें अब कोई ताकत नहीं बची है और कहा पंजाब कांग्रेस के सभी नेता जो राष्ट्रीय कांग्रेस की मोहब्बत से परेशान अर्थात नफरत से परेशान है उन नेताओं को मिलकर “कांग्रेस छोड़ो” मुहीम चलानी चाइए व् बाकी कांग्रेस नेताओं की तरह भाजपा ज्वाइन कर लेनी चाइए।

‘आपके नेता में कोई ताकत नहीं बची है’

त्रेहन ने कहा कि कांग्रेस को अपने फायदे के लिए जिसका बहिष्कार करना चाहिए तो वह राहुल गांधी हैं। उनमें कोई ताकत नहीं है। आप किसका बायकॉट करेंगे? यदि आपको बहिष्कार करना है तो आगे बढ़ो और अपने नेता का बायकॉट करो। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता ‘मोहब्बत’ के बारे में बात करते हैं, लेकिन ‘नफरत’ बेचते हैं। तभी पुरे पंजाब के सभी कांग्रेसी नेता कांग्रेस को छोड़ भाजपा ज्वाइन कर रहें हैं।

कांग्रेस नेताओं ने भगवान राम के अस्तित्व पर उठाए सवाल

अर्जुन त्रेहन ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया, जबकि बिहार के मंत्री और राजद नेता चंद्र शेखर जैसे नेताओं ने रामचरितमानस पर निशाना साधा, लेकिन इन नेताओं का बहिष्कार नहीं किया जाता, बल्कि इन पार्टियों द्वारा शासित राज्यों में भ्रष्टाचार के बारे में सवाल करने वाले और G20 और भारत के बारे में ‘अच्छी बातें’ कहने वाले पत्रकारों का बहिष्कार किया जाता है। उन्होंने कहा कि नेता भगवान पर सवाल उठा सकते हैं, लेकिन पत्रकार इन नेताओं पर सवाल नहीं उठा सकते।Arayn