ब्यूरो: बुधवार (23 अगस्त) के दिन भारत इतिहास रचने के बेहद करीब है। भारत के मून मिशन चंद्रयान-3 की शाम 5 बजकर 27 मिनट पर चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है साथ ही बढ़ती उम्मीदों और उत्साह के बीच भारत आज चांद पर नया इतिहास रचने को तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन तय समय पर है और बुधवार की शाम चांद के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में सॉफ्ट लैंडिंग के लिए सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा है। मून मिशन चंद्रयान- 3 आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर टच डाउन होगा। एक तरफ रूस का चंद्र मिशन लूना-25 जो क्रैश हो चुका है लेकिन भारत ने इससे सबक सिखते हुए ISRO के वैज्ञानिक भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। सबसे पहले लैंडर की स्पीड को कंट्रोल में रखना। लैंडर चंद्रयान- 3 उतरते समय सीधा रहे। इसका सीधा चांद की सतह पर उतरना बेहद जरूरी है, वहीं तो संपर्क टूटने की आशंका है। पहले जो चंद्रयान-3 अंतरिक्ष में 40 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रहा था, वह अब लैंडिंग कछुए की गति से भी कम स्पीड में करेगा ताकि किसी भी तरह की गलती की गुंजाइश न हो। चंद्रमा पर उतरने के साथ ही भारत ऐसा करने वाला विश्व का चौथा देश और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन जाएगा।